Monday, November 19, 2012

मधुमेय रोगको उपचार'

मधुमेय रोगको उपचार'




 भारत में करीब 5 Crore लोग यह रोग से पीड़ित हे |

रोज सुबह उठकर 5 मिनिट भ्रस्त्रिका,30 मिनिट कपालभाती ,30 मिनिट अनुलोब विलोम का प्राणायाम करे और उसके साथ नीचे बताये इलाज में से

कोई भी एक करे....
लेकिन प्राणायाम सभी इलाज में करना आवश्यक हे |

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इलाज :
# 100 Gms. मेथी का दाना + 100 Gms. तेज पत्ता ( जिसे हम गरम मसाले में इस्तेमाल करते हे ) + 150 Gms जामुन के बीज का पावडर +250 Gms बेलपत्र के पत्ते का पावडर ....
ये सब को पत्थर में पीस कर पावडर बना लो |
अब ये पावडर को एक बार सुबह का नाश्ता और एक बार शाम के खाने के एक घंटे
पहले 1-1 चमच गरम पानी के साथ लो |

याद् रखे सुबह और शाम दोनों समय यह दवा ले और खाने के एक घंटे पहले खाये |

और यह दवा के इस्तेमाल के दौरान शक्कर का इस्तेमाल ना करे शक्कर की जगह गुड खा सकते हे |

यह दवा खाने के 2-3 महीने में ही सुगर लेवल से कम हो जायेगा और फिर जब सुगर लेवल से कम हो जाये तो दवा को बंद करदे लेकिन प्राणायाम को चालू रखे
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# एक चमच मेथी के दाने को रात भर गुनगुने पानी में भिगो कर रखे सुबह उठकर ये पानी पी जाओ और सभी मेथीदाने को चबा चबा कर खा जाओ |

मेथी के पावडर की फंकी कभी मत लो...हमारे यहाँ अक्सर लोग मेथी के दाने की फंकी लेते हे लेकिन यह उतनी असरकारक नहीं हे जितना गुनगुने पानी में भिगाई हुई मेथी को चाबचाबा कर खाना...तो मेथी को रात भर गुनगुने पानी में भिगो कर रखे सुबह उठकर ये पानी पी जाओ और सभी मेथीदाने को चबा चबा कर खा जाओ |
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